
कोरबा। एसईसीएल मानिकपुर पर पर्यवरण संरक्षण मंडल ने 15 लाख ₹ का जुर्माना ठोंका है। मल शोधन संयंत्र के औचक निरीक्षण के दौरान कई तरह की खामियां उजागर हुई थी। क्षेत्रीय पर्यावरण अधिकारी ने एसईसीएल प्रबधन पर भारी भरकर का जुर्माना लगाकर नोटिस भेजा है ।
गौरतलब है कि एसईसीएल मानिकपुर प्रबंधन मल संयंत्र के लिए हर वर्ष लाखो का ठेका कागजो में करता है जब कागजो में ठेका होगा तो स्वाभाविक है काम भी कागजो पर ही होता है। इस मामले को लेकर छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के महामंत्री दिलीप मिरी लगातार फर्जी टेंडर के मामले का पर्दाफाश करते रहे है। उसके बाद भी एसईसीएल प्रबंधन ने फर्जी तरीके टेंडर कर अपने चहेतों ठेकेदारो को उपकृत किया था। इसकी जानकारी मिलते ही छतीसगढ़िया क्रांति सेना ने इसकी शिकायत पर्यवरण संरक्षण मंडल को की थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पर्यावरण विभाग ने औचक निरीक्षण किया तो कई तरह की खामियां मिली । जिससे नियम के अनुसार पर्यावरण के अधिकारियों ने एसईसीएल प्रबंधन पर 15 लाख का जुर्माना ठोंका है। वही सूत्रों की माने तो मल शोधन संयंत्र पिछले 10 वर्षों से बंद पड़ा है उसके बाद भी हर वर्ष मेन्टेन्स के नाम पर लाखों रुपये फूंक रहे है।




