
जिले में बीते सप्ताह सांप्रदायिक हिंसा (Communal Violence) के मामले में भाजपा सांसद संतोष पांडेय (MP Santosh Pandey), पूर्व सांसद अभिषेक सिंह , पूर्व विधायक अशोक साहू, मोती लाल चंद्रवंशी और युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष विजय शर्मा समेत बीजेपी से जुड़े 19 लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। इसे पर पांडेय नेआरोप लगाया कि पुलिस सिर्फ भाजपा (BJP) को निशाना बना रही है। यहां प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) नहीं बल्कि ‘पुलिस कांग्रेस कमेटी’ है।
संयोष पांडेय (Santosh Pandey) ने कहा कि वह हिंसा में शामिल नहीं थे। मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि वे मेरे खिलाफ सबूत पेश करें। पुलिस सिर्फ भाजपा (BJP) के लोगों को निशाना बना रही है।

कांग्रेस ने कवर्धा में हुई हिंसा के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस ने कहा कि भगवा पार्टी सांप्रदायिकता की राजनीति करना चाहती है क्योंकि उसके पास मुद्दे खत्म हो गए हैं। राज्य के तीन वरिष्ठ मंत्रियों ने हिंसा के बाद कहा था कि सीआरपीसी की धारा 144 लागू होने के बावजूद हिंसा से पहले कवर्धा में बड़ी संख्या में लोगों के प्रवेश को रोकने में स्थानीय प्रशासन असफल हुआ था।

संतोष पांडेय (Santosh Pandey) ने कहा कि कवर्धा में दक्षिणपंथी संगठनों ने धार्मिक झंडे (Religious Flags) हटाने को लेकर दो समुदायों के लोगों में झड़प के विरोध में रैली की थी। इस दौरान यहां हिंसा हुई और संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया। हिंसा के बाद यहां कर्फ्यू लगा दिया गया था